Computer Science, asked by rakesarakesakumara28, 2 months ago

(घ) घनानंद के अनुसार प्रेम का मार्ग​

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Answered by asureshkumar3569
3

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Answered by manshisharma9january
0

Answer:

घनानंद प्रेम के मार्ग को अत्यंत सरल बताते हैं, इन में कहीं भी वक्रता नहीं है। अति सूधो सनेह को मारग है, जहाँ नेकु सयानप बांक नहीं। कवि अपनी प्रिया को अत्यधिक चतुराई दिखाने के लिए उलाहना भी देता है।

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