(घ) हिंदी भाषा में भाववाचक संज्ञा बनाने के कुल कितने रूप प्रचलित हैं?
टो
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जवाब-
इस प्रकार संज्ञा के कुल पाँच भेद माने जाते हैं। जिन संज्ञा शब्दों से किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान के गुण, धर्म, माप, अवस्था, या भाव का बोध हो, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहा जाता है।
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स्रोत - गूगल
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Answer:
जिस संज्ञा-शब्द से व्यक्ति या वस्तु के गुण या धर्म, दशा अथवा व्यापार का बोध होता है, उसे ’भाववाचक संज्ञा’ कहते हैं, जैसे– बुढ़ापा, नारीत्व, लङकपन, मिठास, अपनत्व, शैशव, मित्रता, ममता, सुनाई, हँसी, लिखावट, दान, ठंडक, भूख, शत्रुता, यौवन, बचपन, मनुष्यता, स्वत्व, सर्वस्व, दिखावा इत्यादि। हर पदार्थ का धर्म होता है। पानी में शीतलता, आग में गर्मी, मिठाई में मिठास का, मनुष्य में देवत्व और पशुत्व इत्यादि का होना आवश्यक है।