(घ) कोरोनावायरस का नाम कैसे पड़ा?
Answers
Answer:
Explanation:
WHO ने इस नए संक्रामक बीमारी का नाम रखने के लिए सभी रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए कोरोना वायरस या COVID-19 नाम दिया था। यह नाम देने के लिए WHO ने लोगों और देश की भावनाओं के सम्मान को खास तौर से ध्यान में रखकर नाम दिया है। इसलिए ऐसा नाम दिया गया, जिससे किसी की भावनाएं आहत न हों।
Answer:
Moneycontrol
साइन इन | रजिस्टर
स्टॉक्स फंड्स एफ&ओ कमोडिटी
जानिए कैसे पड़ा कोरोना वायरस का नाम, क्या कहती है WHO की गाइडलाइंस
19 मार्च 2020, 01:30 PM
जानिए कैसे पड़ा कोरोना वायरस का नाम, क्या कहती है WHO की गाइडलाइंस
इस समय पूरी दुनिया में कोरोना का कोहराम मचा हुआ है। चीन से फैला ये वायरस आज पूरी दुनिया को अपनी चपेट ले चुका है। ऐसे में दिमाग में यह सवाल उठता है कि यह वायरस जहां पैदा हुआ है, वहां के मिलते जुलते नाम के बजाय आखिर इसका नाम कोरोना वायरस कैसे पड़ा? ऐसे में कहा जाता है कि कोरोना वायरस रोग के लिए संक्षेप में नाम COVID-19 नाम विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization - WHO) के निर्धारित दिशा निर्देशों के तहत रखा गया है। कोरोना वायरस को WHO ने महामारी (Pandemic) घोषित कर दिया है। ज्यादातर स्वास्थ्य एजेंसियां और सरकारें सुरक्षा के उपाय पर खास तौर से ध्यान दे रही हैं। ताकि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके। इस महामारी से जानमाल का खतरा बढ़ गया है। इससे जीवन को खतरा है साथ ही आर्थिक नुकसान भी है। इस वायरस ने दुनिया भर के हर सेक्टर को प्रभावित किया है और दुनिया भर की गतिविधियां लगभग ठप हो गई हैं। मौजूदा समय में इस वायरस से संबंधित तमाम जानकारियां जुटाई जा रही हैं और इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए वैक्सीन की खोज कर रहे हैं।
कोरोना वायरस ही नाम पड़ा क्यों
WHO ने इस नए संक्रामक बीमारी का नाम रखने के लिए सभी रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए कोरोना वायरस या COVID-19 नाम दिया था। यह नाम देने के लिए WHO ने लोगों और देश की भावनाओं के सम्मान को खास तौर से ध्यान में रखकर नाम दिया है। इसलिए ऐसा नाम दिया गया, जिससे किसी की भावनाएं आहत न हों।
WHO के मुताबिक, स्वाइन फ्लू और इबोला जैसी बीमारियों से लोगों के दिमाग में काफी गलत असर पड़ा है। जिससे WHO ने अपने दिशा-निर्देश बनाने का खयाल आया। लिहाजा WHO ने इन दिशा-निर्देशों का खयाल रखा-
जब भी कोई नाम रखें तो उसके भौगोलिक (geographic) उत्पत्ति से बचना है।
जिन जानवरों की वजह से यह वायरस फैला है, उनके नाम न लेने से बचने की कोशिश।
ऐसे शब्दों से बचें जो डर पैदा करते हों, और लोगों के बीच घबराहट पैदा करते हों।
चूंकि गाइडलाइंस निर्धारित की गई थी, WHO का एक लक्ष्य ये भी था कि दुनिया भर में फैले इस वायरस को रोकना था। इसके साथ ही स्वास्थ्य संबंधी तमाम जानकारी देना और बचाव के उपाय बताना शामिल है। इस कोराना वायरस के प्रकोप को UN ने महामारी (pandemic) घोषित कर दिया।