(घ) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए- अति लघूत्तरीय प्रश्न- 1. कर्मवती कौन थी। 2. मेवाड़ के राजपूत किसके विरुद्ध युद्ध लड़ रहे थे? 3. कर्मवती ने किस आशंका के कारण हुमायूँ को रक्षा- 4. हुमायूँ के पास रक्षा-सूत्र लेकर कौन गया?
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Answer: 1: कर्णावती ऐसी महान राजपूत रानी थी, जिन्होंने जौहर में जान दे दी, पर घुटने नहीं टेके. दरअसल, चित्तौड़ के शासक महाराणा विक्रमादित्य को कमजोर समझकर गुजरात के सुल्तान बहादुरशाह ने राज्य पर आक्रमण कर दिया था. इस मुसीबत से निपटने के लिए कर्णावती ने सेठ पद्मशाह के हाथों हुमायूं को राखी भेजी थी
2:राजस्थान के सबसे बड़े और साहसी शूरवीरों में से एक महाराणा सांगा को आज भी उनके बलिदान के लिए पूजा जाता है। मेवाड़ के पूर्व शासक एवं महाराणा प्रताप के पूर्वज राणा सांगा (Rana Sanga) ने मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया। राणा सांगा ने विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध सभी राजपूतों को एकजुट किया।
3:बताया जाता है कि रानी कर्णावती ने हुमायूं को राखी भेजकर मदद की गुहार लगाई थी. जिसके बाद हुमायूं ने रानी कर्णावती की मदद करने का फैसला लिया था. दरअसल राणा संग्राम सिंह उर्फ राणा सांगा की विधवा रानी कर्णवती ने उस वक्त हुमायूं को राखी भेजी थी जब गुजरात के बादशाह बहादुर शाह ने चितौड़ पर हमला कर दिया था
4:राखी पाकर हुमायूँ ने मेवाड़ की रक्षा के लिए अपनी सेना भेजने का सेनापति को आदेश दिया।