घुर्ये द्वारा दी गई जाति की विशेषताओं को बताइए?
Answers
Answer:
जाति की विशेषताएँ घूर्ये ने जाति की प्रमुख छः विशेषताओं का वर्णन किया है जो निम्नलिखित हैं -
समाज का खण्डात्मक विभाजन :
घुर्ये के अनुसार जाति व्यवस्था ने भारतीय समाज को खण्डों में विभाजित किया है। प्रत्येक खण्ड के सदस्यों के पद, स्थिति और कार्य पूर्व निश्चित हैं। समाज अनेक जाति-खण्डों में और जातियाँ विभिन्न उपखण्डों में बँटी होती हैं। जैसे-भारत में वर्णव्यवस्था।
संस्तरण :
जाति व्यवस्था में ऊँच-नीच का. संस्तरण पाया जाता है। जाति जन्म पर आधारित है।
भोजन तथा सामाजिक सहवास पर प्रतिबन्ध :
जाति व्यवस्था में भोजन एवं व्यवहार के सम्बन्ध में अनेक निषेध पाये जाते हैं। जातियों के खानपान के कुछ नियम हैं।
नागरिक एवं धार्मिक निर्योग्यताएँ एवं विशेषाधिकार :
जाति व्यवस्था में उच्च और निम्न का संस्तरण पाया जाता है। धार्मिक निर्योग्यता पायी जाती है।
निश्चित व्यवसाय :
प्रत्येक जाति का एक निश्चित व्यवसाय निर्धारित है, जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी हस्तान्तरित होता है।
विवाह सम्बन्धी प्रतिबन्ध :
जाति एक अन्तर्विवाही समूह है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति अपनी ही जाति में विवाह कर सकता है। जाति के बाहर विवाह नहीं कर सकता।
Question Given :
- घुर्ये द्वारा दी गई जाति की विशेषताओं को बताइए?
Required Solution :
- विभाजित कर दिया है। और प्रत्येक खण्ड के सदस्यों की उपर्युक्त विश्लेषण से यह स्पष्ट है कि घुर्ये ने जाति की स्थिति पद और कार्य निश्चित है। अर्थात् समाज विभिन्न जाति विस्तृत व्याख्या की है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया खण्डों में विभाजित होता है।