(घ) स्पर्श, अंतःस्थ और ऊष्म व्यंजनों के दो-दो उदाहरण दीजिए |
Answers
Answered by
0
Answer:
follow me
Explanation:
स्पर्श व्यंजन- कवर्ग, चवर्ग आदि।
अंत:स्थ व्यंजन-य,र आदि।
उष्म व्यंजन-स,ष आदि।
Answered by
1
Answer:
स्पर्श
वे व्यंजन जिनका उच्चारण करने पर जीभ मूल उच्चारण स्थानों ( कंठ,तालु,मूर्धा,दंत,ओष्ठ) को स्पर्श करती है इसीलिए ये स्पर्श व्यंजन कहलाते हैं।
इनकी संख्या 25
वर्ग व्यंजन
क वर्ग - क,ख, ग, घ, ङ ।
च वर्ग ‐ च,छ, ज,झ,ञ ।
ट वर्ग - ट,ठ, ड, ढ, ण ।
त वर्ग - त,थ,द, ध, न ।
प वर्ग - प,फ, ब,भ,म ।
अंतःस्थ
अंत: का अर्थ होता है – भीतर या अंदर ।
जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय जीभ,मुँह के किसी भी भाग को पूरी तरह स्पर्श नही करती अर्थात इनका उच्चारण मुह के भीतर से होता है,अंत:स्थ व्यंजन कहलाते हैं।
इनकी संख्या 4 है – य,र,ल,व ।
ऊष्म
ऊष्मा का अर्थ है – गर्मी या गर्माहट।
जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय गर्मी उत्पन्न हो अर्थात इनके उच्चारण में मुख से हवा के रगड़ खाने के कारण ऊष्मा पैदा हो,ऊष्म व्यंजन कहलाते है।
इनकी संख्या 4 है – श,ष,स,ह ।
Explanation:
Mark as brilliant and follow me.
Similar questions