(घ) तात:
ङ) सर्वथा न
मद्रक्षणे आकुलः अभवत्।
न खलीकरोति जीवनाश।
Answers
Answered by
3
Answer:
तताँरा की मृत्यु समुद्र की लहरों में बह जाने तथा वामीरो की मृत्यु उसके इन्तजार में खाना-पीना छोड़ने से हुई थी। पाठ के अनुसार तताँरा धरती को काटकर उस हिस्से में रह गया जो समुद्र में धँस गया था। पानी की लहरें न जाने उसे कहाँ बहा ले गईं। वामीरो तताँरा को खोजते-खोजते उसी जगह आ बैठती थी जहाँ से तताँरा अलग हुआ था।
Hope this helps
Similar questions