(घ) दीवान ने कहा- 'जानता हूँ, दरोगाजी तो मेल-मुलाकात
मानते हैं, पर किसी ने बड़े दरोगाजी के पास शिकायत
पहुँचाई है, दरोगाजी को आना ही पड़ेगा। इसी से उन्होंने
कहला भेजा है कि भीड़ छाँट दो। वरना कानूनी कार्यवाई
करनी ही पड़ेगी।
Answers
दीवान ने कहा- 'जानता हूँ, दरोगाजी तो मेल-मुलाकात मानते हैं, पर किसी ने बड़े दरोगाजी के पास शिकायत पहुँचाई है, दरोगाजी को आना ही पड़ेगा। इसी से उन्होंने कहला भेजा है कि भीड़ छाँट दो। वरना कानूनी कार्यवाई करनी ही पड़ेगी।
यह उद्धरण ‘रांगेय राघव’ द्वारा लिखी गई कहानी “गदल” से लिया गया एक उद्धरण है। ‘गदल’ कहानी रांगेय राघव द्वारा लिखी गई ग्राम्य जीवन को चित्रित करती हुई एक कहानी है, जिसकी मुख्य पात्र ‘गदल’ नाम की एक महिला है।
‘गदल’ कहानी एक ऐसी स्त्री की कहानी है, जो अपनी संस्कार गत सीमाओं में रहकर ही समाज की कुत्सित परंपराओं के प्रति अपना विद्रोह प्रकट करती है। वह एक विधवा स्त्री है, जो अपने पति की मृत्यु के बाद अपने से कम उम्र के व्यक्ति के साथ ब्याह कर दी जाती है।
रांगेय राघव का आधुनिक हिंदी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न साहित्यकार रहे हैं, उन्होंने अलग-अलग विधाओं के माध्यम से हिंदी में अद्भुत सर्जन कार्य किया है। मूलतः हिंदी भाषी ना होकर भी उन्होंने हिंदी में विशिष्ट लेखन कार्य किया है, यही उनकी विशेषता है।
☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼