Hindi, asked by yashi6891, 4 months ago

घमंड या तिनके पर कविता​

Answers

Answered by kshanmukh630
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Explanation:

मैं घमण्डों में भरा ऐंठा हुआ ।

एक दिन जब था मुण्डेरे पर खड़ा ।

आ अचानक दूर से उड़ता हुआ ।

एक तिनका आँख में मेरी पड़ा ।1।

मैं झिझक उठा, हुआ बेचैन-सा ।

लाल होकर आँख भी दुखने लगी ।

मूँठ देने लोग कपड़े की लगे ।

ऐंठ बेचारी दबे पाँवों भगी ।2।

जब किसी ढब से निकल तिनका गया ।

तब ‘समझ’ ने यों मुझे ताने दिए ।

ऐंठता तू किसलिए इतना रहा ।

एक तिनका है बहुत तेरे लिए ।3।

एक तिनका कविता का सारांश(Ek Tinka Poem Meaning): एक तिनका कविता में कवि हरिऔध जी ने हमें घमंड ना करने की प्रेरणा दी है। इस कविता के अनुसार, एक दिन वो बड़े घमंड के साथ अपने घर की मुंडेर पर खड़े होते हैं, तभी उनकी आँख में एक तिनका गिर जाता है। उन्हें बड़ी तकलीफ होती है और जैसे-तैसे तिनका उनकी आँख से निकल जाता है। तिनके के निकलने के साथ ही कवि के मन से घमंड भी निकल जाता है और उन्हें सरल जीवन जीने का महत्व समझ आ जाता है।

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Answered by Anonymous
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इक आदमी था

वह अपने बलाकाने मे खाडा था

वह कुछ सोच रहा था

तभी अचानक से कही से तिनका

इसके आंख में चाला गया

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