Hindi, asked by vasu56, 1 year ago

give me answer of this question. This question is from chapter 16 of ncert book vasant part 3

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Answered by IMWorrier
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उत्तर :- अक्सर जब कोई भी तरल पदार्थ ठोस अवस्था में बदलता है तो उसका आयतन घट जाता है और घनत्व बढ़ जाता है। जिसके कारण वो ठोस पदार्थ भारी हो जाता है।

परन्तु पानी के सन्दर्भ में उपर्युक्त बातें लागू नहीं होती है। पानी जमने के बाद ज्यादा जगह घेरती (आयतन) है जिस कारण बर्फ़ का घनत्व पानी के घनत्व से कम हो जाता है। और इसी कारण से पानी की तुलना में बर्फ़ हल्की होती है।

वास्तव में पानी के इस गुण के लिए पानी के अणु द्वारा बनाए गए हाइड्रोजन बंधन जिम्मेदार होते है। जब पानी तरल अवस्था में रहता है तो पानी के अणु(Molecule) एक दूसरे के इर्द गिर्द स्वतंत्र घूमते रहते है और उनके बीच का हाइड्रोजन बंधन बनते और टूटते रहता है। तरल अवस्था में पानी के अणुओं के बीच के औसत - अंतः अणु - दूरी (Average inter molecular distance) अधिक होता है जिसके कारण तरल अवस्था में आयतन कम होता हैै।
परन्तु जब पानी बर्फ़ में बदलता है तो पानी के अणु पास पास आ जाते है (when temperatures of water decreases, water molecules comes closer) और उन अणुओं के बीच जो हाइड्रोजन बंधन बनता है वो हाइड्रोजन बंधन शक्तिशाली होता है और वो एक तरह से पानी के अणुओं का क्रिस्टल जाल(crystal lattice) बनाते है जिस कारण बर्फ़ का आयतन अधिक होता है।
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