give small examples of all types of karak chinh
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Answer:
कर्ता कारक - (ने चिह्न)
1. राम ने खाना खाया ।
2. मैंने उसे पढ़ाया ।
कर्म कारक - ( को चिह्न )
1.राम ने रावन को मार दिया ।
2. माता ने बच्चों को सुलाया ।
करण कारक - (से (के द्वारा) चिह्न )
1. वह कुल्हाड़ी से पेड़ कटता है ।
2. वह चाकू से मरता है ।
सम्प्रदान कारक -(के लिए चिह्न)
1. राम सीता के लिए लंका ।
2. मेरे लिए दूध लेकर आओ।
अपादान कारक - (से चिह्न)
1. हिमालय से गंगा निकलती है।
2. मोहन ने घड़े से पानी ढाला।
संबंध कारक - (का, के, की, रा, रे, री चिह्न )
1. सीतापुर, मोहन का गाँव है।
2. सेना के जवान आ रहे हैं।
अधिकरण कारक - ( में, पर चिह्न )
1. हरी घर में है।
2. पुस्तक मेज पर है।
संबोधन कारक - (हे, अरे चिह्न )
1. हे ईश्वर! रक्षा करो।
2. अरे! बच्चो शोर मत करो।
explanation
कारक के प्रकार उनके चिन्हों के साथ _
- कर्ता = ने
- कर्म = को
- करण = से , के , द्वारा
- संप्रदान = को , के लिए
- अपादान = से , अलग होना
- संबंध = का , की , के, रा , री , रे
- अधिकरण = में , पर
- संबोधन = है , रे
answer
- कर्म कारक = राम को किताब चाहिए l
- करण कारक = राम ने श्याम से पेंसिल मांगा l
राम को श्याम के द्वारा पेंसिल मिला l
4. संप्रदान कारक = राधा को पढ़ना है l
राधा के लिए उसके पिताजी ने गुड़िया लाई है l
5. अपादान कारक = मुझे श्याम से कुछ काम है l
पेड़ से पत्ते गिर कर अलग हो रहे हैं l
6. संबंध कारक = यह राम का भाई है l
यह सीता की बहन है l
यह राम और श्याम के बच्चे हैं l
7. अधिकरण कारक = डिब्बे में पेन है l
डिब्बे पर पेन है l
8. संबोधन कारक = हे राम ! यह क्या हो गया l
क्या रे ! तू क्या कर रहा है l