Goswami tulsidas ji dwara rachit ka prakaran Kavita pahle ki visheshtaen bataiye
Answers
Answered by
0
good morning I am free tomorrow morning and I am a student at the end of the year again when
Answered by
0
Explanation:
इसमें एक भक्त के रूप में तुलसी ईश्वर के प्रति दैन्यभाव से अपनी व्यथा-कथा कहते हैं। गोस्वामी तुलसीदास की काव्य-प्रतिभा का सबसे विशिष्ट पक्ष यह है कि ये समन्वयवादी थे। इन्होंने श्रीरामचरितमानस' में राम को शिव का और शिव को राम का भक्त प्रदर्शित कर वैष्णव एवं शैव सम्प्रदायों में समन्वय के भाव को अभिव्यक्त किया।
Similar questions
Computer Science,
23 days ago
Economy,
1 month ago
Geography,
1 month ago
Chemistry,
9 months ago
English,
9 months ago