Hindi, asked by deepshikabloom2170, 1 year ago

Gramshree Kavita ke Aadhar par Ganga Ke tathya Soundarya ka varnan Apne shabdo Mein kijiye

Answers

Answered by anu522
3
HEYA ..

HERE IS UR ANS..

PLZ MRK BRAINLIEST IF HELPED...


PRASTUT KAVTA GRAM SHREE ME PRAKRUTI KE SAUNDARYA KA VARNAN KIYA GAYA HAI..
YAHA GANGA KI SATRANGI RET KE BAARE ME BATAYA HAI JISPAR LEHRE AISA NISHAN CHOD JATI HAI MANO BALU KE SAAP USPR SE GUSRE HO..


YEH RET SURYA KI KIRNE PDNE PR CHAMAK UTHTI HAI...


HOPE HELPED
Answered by Anonymous
4
कविता में गंगा किनारे के एक खेत का मनोहारी चित्रण किया गया है । कविता का सार इस प्रकार है :

खेतो में दूर दूर तक हरियाली फैली हुई है । सूर्य की किरणे छाई हुई है । तिनको में हरियाली की चमक है । धरती पर नीला आकाश झुका हुआ है । सारी धरती रोमांचित है । जौ और गेहूं में बालियाँ आई हुई है । अरहर और सन की सुंदर किंकनिया उग आई है ।

चारो और पिली सर्सो है । हवा में तैलीय गंध छा गयी है ।
रंग बिरंगे फूलो के बिच मटर की फसल खिली हुई है । उन पर विविध रंगो की तितलियाँ मंडरा रही है । आम के पेड़ो की डालियों पर सुनहरी मंजरियाँ आ गयी है ।

हरियाली मानो हँसमुख सी मनोरम सी है । सर्दी की धूप सुहानी है । वहाँ की कोमल शान्ति अपनी शोभा से जन मन को हर लेती है ।

★ AhseFurieux ★

Similar questions