India Languages, asked by Revanthkodukula3958, 1 year ago

Greeb kishan dhup me genhu Kat rha tha tabhi barish hone lga

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Answered by BhaveshMalviya
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-- पूरी ख़बर पढ़ें -- आलमपुर में बारिश से गेहूं की फसल को बचाने के लिए तिरपाल से ढांकते किसान।

3 उदाहरण जो बताते हैं कि मौसम के करवट बदलने से किसानों की बढ़ी परेशानी

इसी महीने है बेटे की शादी, फसल बेचकर सामान खरीदने की थी तैयारी: खूजा निवासी लखनपाल सिंह के बेटे की शादी 20 अप्रैल को हैं। इसलिए वे जल्दी फसल बेचने की तैयारी कर रहे थे। गेहूं के पकते ही उन्होंने उसकी कटाई कर दी थी। मंगलवार को उसकी थ्रेसिंग की तैयारी थी। ताकि जल्द उसे बाजार में बेचकर शादी के लिए खरीददारी की जा सके। लेकिन अचानक हुई बारिश ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।

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थ्रेसिंग करने की कर रहे थे तैयारी, अब सूखने का करने पड़ेगा इंतजार: मेहगांव के अजनौंधा निवासी राकेश पुरोहित ने बताया कि उनकी गेहूं की फसल कट कर खेत में रखी थी। थ्रेसिंग कराने की तैयारी कर रहे थे कि अचानक मंगलवार को बारिश हुई, जिससे खेत में रखी फसल भीग गई है। राकेश के अनुसार फसल में नमी आ गई है। अब थ्रेसिंग से पहले उसे सुखाना पड़ेगा। साथ ही उसमें दीमक लगने का भी खतरा रहेगा।

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इन गांवों में बारिश से भीगी खेत में रखी फसल...

यूं तो मंगलवार को बूंदाबांदी और बारिश का असर संपूर्ण जिले में रहा। लेकिन दबोह सर्किल के रतनपुरा, परा, खुर्द, कुरथर आदि व मेहगांव सर्किल के कोंहार, पचेरा, सिमार, कठवां, सिरौली, गहेली कनाथर, भगौरा, गिर्जुरा, मुस्तरा, इमलिया आदि गांवों से फसल भीगने की सूचना मिली है।

फसल अच्छी देख बेटी की शादी की तय, अब उम्मीदों पर फिरा पानी: खूजा निवासी महाराज सिंह कुशवाह ने चार बीघा खेत में गेहूं की फसल की थी। इस बार मौसम ठीक रहने की वजह से गेहूं की फसल ठीक होने की उम्मीद थी। इसी के चलते उन्होंने अपनी बेटी की शादी भी तय कर दी। इसी महीने बेटी की बारात आनी है। इसलिए वे शादी से पहले फसल काटकर उसे घर लाना चाह रहे थे। लेकिन मंगलवार की बारिश ने खेत में रखी कटी फसल को भिगो दिया।

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गर्मी से मिली राहत लेकिन किसानों की बढ़ी चिंता

सोमवार को दिन में काफी तेज धूप रही। सूरज की गर्मी और तेज हवाओं ने तापमान को बढ़ा दिया, जिससे लोगों की बेचैनी बढ़ गई। मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया गया। लेकिन रात होते ही आसमान में छाए बादलों और मंगलवार को हुई बूंदाबांदी व बारिश से लोगों को गर्मी से राहत तो दिला दी। लेकिन किसानों की चिंता बढ़ गई। हालांकि मौसम में इस बदलाव के कारण सोमवार की तुलना मंगलवार को अधिकतम तापमान में आठ डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।

अब आगे क्या...?

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पश्चिम की ओर बन रहे चक्रवात की हवाओं के गुजरने से बादल और बारिश जैसी स्थितियां बन रही है। मंगलवार की तरह बुधवार को भी यही स्थिति रह सकती है। वहीं मंगलवार की रात से बारिश की संभवना है।

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