grishma Ritu par 300 Shabd Mein nibandh likhiye Hindi mai
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Season in Hindi!
प्रकृति की सुन्दरता का शिल्पकार ईश्वर है । जिसकी सुन्दरता अवर्णनीय है । यही प्रकृति पग-पग पर अपना सौन्दर्य रूपी कोश लुटाती चलती है । भारत में प्रकृति की लीला दर्शनीय है ।
यहाँ पर छ: ऋतुएँ बारी-बारी से आकर पृथ्वी को अपने ढंग से सजाकर और मनुष्य को आमूल्य उपहार देकर चली जाती हैं । इसलिए प्रकृति और मनुष्य अन्योन्याश्रित है । एक-दूसरे के अभाव में दोनों ही सौन्दर्य-हीन हैं । प्रचण्ड ताप देने वाली ग्रीष्म ऋतु वैशाख, ज्येष्ठ मास में आती है ।
इस ऋतु में सूर्य की गति उत्तरायण की ओर होती है, जो गरम लू देता है जिससे असहनीय गर्मी पड़ती हैं । ग्रीष्म ऋतु में दिन लम्बे और रातें छोटी हो जाती हैं । सूर्य अपनी किरणों से जगत के द्रवांश पदार्थ को खींच लेता है । चारों दिशाओं में कष्टदायी पवनें चलती हैं, पृथ्वी गर्मी से तपी रहती है, नदियाँ कम जल-स्तर वाली हो जाती हैं ।
ग्रीष्म ऋतु
ग्रीष्म ऋतु साल का सबसे गर्म मौसम होता है, जिसमें दिन के समय बाहर जाना काफी मुश्किल होता है। इस दौरान लोग आमतौर पर बाजार देर शाम या रात में जाते हैं। बहुत से लोग गर्मियों में सुबह में टहलना पसंद करते हैं। इस मौसम में धूल से भरी हुई, शुष्क और गर्म हवा पूरे दिन भर चलती रहती है। कभी-कभी लोग अधिक गरमी के कारण हीट-स्ट्रोक, डीहाइड्रेशन (पानी की कमी), डायरिया, हैजा, और अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से भी प्रभावित हो जाते हैं।
गर्मी के मौसम के दौरान हमें आरामदायक सूती कपड़े पहनने चाहिए। हमें गर्मी की ऊष्मा से बचने के लिए ठंडे पदार्थों का सेवन करना चाहिए। हमें पूरे मौसम में स्वस्थ और तंदुरुस्त रहने के लिए बहुत सी सावधानियाँ रखनी चाहिए। हमें गर्मियों की छुट्टियों के दौरान गर्मियों का सामना करने के लिए पहाड़ी क्षेत्रों में जाना चाहिए। हमें शरीर में पानी की कमी और लू लगने (हीट स्ट्रोक) से बचने के लिए बहुत सारा पानी पीना चाहिए। हमें दिन के दौरान, हानिकारक पराबैंगनी किरणों से बचाव के लिए विशेष रुप से, सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक बाहर नहीं जाना चाहिए। हमें गरमी में पक्षियों को बचाने के लिए अपनी बॉलकनी या गलियारे) में थोड़ा सा पानी और कुछ चावल या अनाज के दाने रख देने चाहिए। हमें लोगों से विशेष रुप से, वस्तु विक्रेता, डाकिया, आदि से पानी के लिए अवश्य पूछना चाहिए। हमें गर्मियों के मौसम में ठंडक प्रदान करने वाले संसाधनों का प्रयोग करना चाहिए हालांकि, ग्लोबल वार्मिंग के बुरे प्रभावों को रोकने के लिए बिजली का प्रयोग कम करना चाहिए। हमें बिजली और पानी बर्बाद नहीं करना चाहिए। हमें अपने आस-पास के क्षेत्रों में अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए और गर्मी को कम करने के लिए उन्हें नियमित रुप से पानी देना चाहिए।
हमें गर्मियों के मौसम में ठंडक प्रदान करने वाले संसाधनों का प्रयोग करना चाहिए: हालांकि, ग्लोबल वार्मिंग के बुरे प्रभावों को रोकने के लिए बिजली का प्रयोग कम करना चाहिए। हमें बिजली और पानी बर्बाद नहीं करना चाहिए। अपने आस-पास के क्षेत्रों में अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए और गर्मी को कम करने के लिए उन्हें नियमित रुप से पानी देना चाहिए।