History, asked by radhika6719, 7 months ago

Gud morning....,❤️❤️
रूठने-मनाने का,
सिलसिला कुछ यू हुआ।
मान गया था मगर,
फिर रूठने का दिल हुआ।।

***

बहाने बनाना कोई उनसे सीखे, बनाकर मिटाना कोई उनसे सीखे,
सबब रूठने का भी होता है लेकिन, यूं ही रूठ जाना कोई उनसे सीखे !

***

नाराज़गी नहीं है कोई … मै किससे
शिकायत करूँ! . . . .

ये रूठने मनाने
की रस्म तो अपनों में हुआ करती है!!​

Answers

Answered by siri6081
6

Answer:

Hi good evening.....

Accha bio..

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