Gunvachak visheshan ke upbhed kitne hain?
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गुणवाचक विशेषण के उपभेद
गुणबोधक :- वह विशेषण जिससे किसी संज्ञा या सर्वनाम का गुण पता चले, उसे गुणबोधक विशेषण कहते हैं| जैसे :- कीमती, सुंदर, इत्यादि|
दोषबोधक :- वह विशेषण जिससे किसी संज्ञा या सर्वनाम का दोष पैरा चले, उसे दोषबोधक विशेषण कहते हैं| उदाहरणतः बुरा, बदसूरत इत्यादि|
रंगबोधक :- वह विशेषण जिससे किसी संज्ञा या सर्वनाम का रंग पता चले, वह रंगबोधक विशेषण कहलाता है| उदाहरणतः काला, नीला, पीला इत्यादि|
अवस्थाबोधक :- वह विशेषण जिससे किसी पदार्थो की अवस्था का बोध होता है उसे अवस्थाबोधक विशेषण कहते हैं| उदाहरणतः पतला, लम्बा, मोटा, इत्यादि|
स्वादबोधक :- वह विशेषण जिससे किसी संज्ञा या सर्वनाम के स्वाद का बोध हो उन्हे स्वादबोधक विशेषण कहते हैं| उदाहरणतः मीठा, खट्टा इत्यादि|
आकारबोधक :- वह विशेषण जिससे किसी संज्ञा या सर्वनाम के आकार का बोध हो उन्हे आकारबोधक विशेषण कहते हैं| उदाहरणतः गोल चौकोर, सुडौल, समान, पीला, सुंदर, नुकीला, लम्बा|
कालबोधक :- जो विशेषण किसी संज्ञा या सर्वनाम के काल का बोध कराएं उन्हे कालबोधक विशेषण कहते हैं| उदाहरणतः नया, पुराना इत्यादि|
स्थानबोधक :- किसी भी संज्ञा या सर्वनाम के स्थान का बोध कराने वाले विशेषण को स्थानबोधक विशेषण कहते हैं| उदाहरणतः पंजाबी, भारतीय, विदेशी|
दिशाबोधक :- दिशा का बोध कराने वाले विशेषण दिशाबोधक विशेषण कहलाते हैं| जैसे उत्तर, दक्षिण|
स्पर्शबोधक :- संज्ञा या सर्वनाम के स्पर्श को सूचित करने वाले विशेषण को स्पर्शबोधक विशेषण कहते हैं| उदाहरणतः मुलायम, सख्त इत्यादि|
भावबोधक :- यह विभिन्न भावों को सूचित करते हैं, जैसे अच्छा बुरा, कायर, वीर|