Art, asked by bishssharma, 7 months ago

Gupta samraj ka bestra or samekon ki Chacha kijaya​

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Answered by preranaupadhyay742
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गुप्त राजवंश

यह एक प्राचीन भारतीय साम्राज्य था, जो लगभग 319 से लगभग 605 सीई तक अपने चरम पर मौजूद था और भारतीय उपमहाद्वीप में से अधिकांश को कवर किया था।

गुप्त राजवंश प्राचीन भारत के प्रमुख राजवंशों में से एक था। गुप्त साम्राज्य

275ई–455 ई

अपने चरमोत्कर्ष के समय गुप्त साम्राज्य राजधानी पाटलिपुत्र भाषाएँ प्राकृत,संस्कृत धर्म बौद्ध धर्म,जैन धर्म,हिन्दू धर्म शासन पूर्ण राजशाही महाराजाधिराज-240 ई–280 ई श्रीगुप्त-319 ई–335 ई चन्द्रगुप्त प्रथम -540 ई–550 ई विष्णुगुप्त ऐतिहासिक युग प्राचीन भारत-स्थापित 275 ई अंत 455 ई Area 35,00,000 किमी ² (13,51,358 वर्ग मील) पूर्ववर्ती अनुगामी महामेघवाहन वंश कण्व वंश कुषाण वंश भारशिव वंश इंडो-सिथीएंस साम्राज्य बाद के गुप्त वंशज मौखरि वंश मैत्रक राजवंश पुष्यभूति राजवंश पाल राजवंश वर्मन राजवंश कलचुरि राजवंश आज इन देशों का हिस्सा है: गुप्त राज्य लगभग ५०० ई इस काल की अजन्ता चित्रकला मौर्य वंश के पतन के बाद दीर्घकाल में हर्ष तक भारत में राजनीतिक एकता स्थापित नहीं रही। कुषाण एवं सातवाहनों ने राजनीतिक एकता लाने का प्रयास किया। मौर्योत्तर काल के उपरान्त तीसरी शताब्दी ईस्वी में तीन राजवंशो का उदय हुआ जिसमें मध्य भारत में नाग शक्‍ति, दक्षिण में वाकाटक तथा पूर्वी में गुप्त वंश प्रमुख हैं। मौर्य वंश के पतन के पश्चात नष्ट हुई राजनीतिक एकता को पुनः स्थापित करने का श्रेय गुप्त वंश को है।

गुप्त साम्राज्य की नींव तीसरी शताब्दी के चौथे दशक में तथा उत्थान चौथी शताब्दी की शुरुआत में हुआ। गुप्त वंश का प्रारम्भिक राज्य आधुनिक उत्तर प्रदेश और बिहार में था।

गुप्त वंश की उत्पत्ति साम्राज्य की स्थापना: श्रीगुप्त घटोत्कच चंद्रगुप्त प्रथम समुद्रगुप्त रामगुप्त चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य कुमारगुप्त प्रथम स्कन्दगुप्त पतन गुप्तकालीन स्थापत्य मुख्य शासक सन्दर्भ इन्हें भी देखें बाहरी कड़ियाँ

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