GUYSSS plzz helppp meeee!!!!1
i need a poem on nature or vigyan ki dain . in hindi !!!
plzz helpp mee as fast as u can..
its 60 points ......question plzzzzzz guyss dont just simply answer for points i realyy needd the answer..
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ह्बायों के रुख से लगता है कि रुखसत हो जाएगी बरसात
बेदर्द समां बदलेगा और आँखों से थम जाएगी बरसात .
अब जब थम गयी हैं बरसात तो किसान तरसा पानी को
बो वैठा हैं इसी आस मे कि अब कब आएगी बरसात .
दिल की बगिया को इस मोसम से कोई नहीं रही आस
आजाओ तुम इस बे रूखे मोसम में बन के बरसात .
चांदनी चादर बन ढक लेती हैं जब गलतफेहमियां हर रात
तब सुबह नई किरणों से फिर होती हें खुसिओं की बरसात .
सुबह की पहली किरण जब छू लेती हें तेरी बंद पलकें
चारों तरफ कलिओं से तेरी खुशबू की हो जाती बरसात .
नहा धो कर चमक जाती हर चोटी धोलाधार की
जब पश्चिम से बादल गरजते चमकते बनते बरसात
– डॉ कुशल चन्द कटोच
बेदर्द समां बदलेगा और आँखों से थम जाएगी बरसात .
अब जब थम गयी हैं बरसात तो किसान तरसा पानी को
बो वैठा हैं इसी आस मे कि अब कब आएगी बरसात .
दिल की बगिया को इस मोसम से कोई नहीं रही आस
आजाओ तुम इस बे रूखे मोसम में बन के बरसात .
चांदनी चादर बन ढक लेती हैं जब गलतफेहमियां हर रात
तब सुबह नई किरणों से फिर होती हें खुसिओं की बरसात .
सुबह की पहली किरण जब छू लेती हें तेरी बंद पलकें
चारों तरफ कलिओं से तेरी खुशबू की हो जाती बरसात .
नहा धो कर चमक जाती हर चोटी धोलाधार की
जब पश्चिम से बादल गरजते चमकते बनते बरसात
– डॉ कुशल चन्द कटोच
DiyaDebeshee:
i m not a poet...so i can't write by my own
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2
vigyan ki dain
कण कण में है ज्ञान जो
गए अगर पहचान वो
दुनियां अपनी सारी है
हाँ ऐसी सोच हमारी है
वैज्ञानिक सोच हमारी है ।
धरती को है नापा हमने
रहस्य चंद्र का जाना हमने
शून्य में भी तैर लिये
अब अन्य ग्रहों की बारी है
वैज्ञानिक सोच हमारी है ।
खोज हमारी आदत है
प्रयोग हमारी फितरत है
छोटे छोटे भले ही हम
हममे क्षमता भारी है
वैज्ञानिक सोच हमारी है ।
तप्त न और धरती हो
विलुप्त न अपनी सृष्टि हो
सुंदर सुखी समष्टि जगत हो
ऐसी दृष्टि हमारी है
हाँ ऐसी सोच हमारी है
वैज्ञानिक सोच हमारी है ।
कण कण में है ज्ञान जो
गए अगर पहचान वो
दुनियां अपनी सारी है
हाँ ऐसी सोच हमारी है
वैज्ञानिक सोच हमारी है ।
धरती को है नापा हमने
रहस्य चंद्र का जाना हमने
शून्य में भी तैर लिये
अब अन्य ग्रहों की बारी है
वैज्ञानिक सोच हमारी है ।
खोज हमारी आदत है
प्रयोग हमारी फितरत है
छोटे छोटे भले ही हम
हममे क्षमता भारी है
वैज्ञानिक सोच हमारी है ।
तप्त न और धरती हो
विलुप्त न अपनी सृष्टि हो
सुंदर सुखी समष्टि जगत हो
ऐसी दृष्टि हमारी है
हाँ ऐसी सोच हमारी है
वैज्ञानिक सोच हमारी है ।
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