gyan ka sabse bada satru agynta nhi balki uska bharam h in hindi me 1000 words
Answers
Answered by
28
hey there
====================
=====================
व्यक्ति का शत्रु नहीं हो सकता बल्कि जो ज्ञान होने का दिखावा करता है की मै ज्ञानी हूँ उसका यह भ्रम ही उसका सबसे बड़ा शत्रु है क्योंकि इस संसार में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो संसार के ज्ञान रुपी सागर को अपने मन मस्तिष्क में पूर्णतः समाहित कर ले।
उदहर के लिये के समंदर पर जब सूर्ये की किरण
गिरति है पानी मे सूर्ये का पर्तीबिम्ब
दीखाई देता है ये एक पर्तीबिम्ब है इशाका कोई अस्तित्व नही है सुर्ये के बीना अब अगर ये पर्तीबिम्ब क अपने आप ही सुर्ये मान बेठे तो अब यह ईसका का भ्रम है
इससे ज़्यादा और कुछ नहि।।।
====================
=====================
व्यक्ति का शत्रु नहीं हो सकता बल्कि जो ज्ञान होने का दिखावा करता है की मै ज्ञानी हूँ उसका यह भ्रम ही उसका सबसे बड़ा शत्रु है क्योंकि इस संसार में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो संसार के ज्ञान रुपी सागर को अपने मन मस्तिष्क में पूर्णतः समाहित कर ले।
उदहर के लिये के समंदर पर जब सूर्ये की किरण
गिरति है पानी मे सूर्ये का पर्तीबिम्ब
दीखाई देता है ये एक पर्तीबिम्ब है इशाका कोई अस्तित्व नही है सुर्ये के बीना अब अगर ये पर्तीबिम्ब क अपने आप ही सुर्ये मान बेठे तो अब यह ईसका का भ्रम है
इससे ज़्यादा और कुछ नहि।।।
Similar questions