'होआ-हाओ' आंदोलन se aap kya samjhte hain
Answers
वियतनाम के कुलीन वर्ग पर कन्फ्यूशियसवाद का गहरा प्रभाव पड़ा था ,लेकिन किसानो के बीच बहुतेरी धार्मिक मान्यताएं प्रचलित थी | इनमे बौद्ध धर्म और स्थानीय परम्पराओ का समन्वय था | वे ईश्वर के असितत्व में भी विस्वास रखते थे | अनेकों का विस्वास था की उन लोगों ने ईश्वर की आभा के दर्शन किए थे | इन समन्वयवादी धर्मो में से कुछ तो औपनिवेशक शासन के समर्थक थे तो कुछ इसके विरोधी | विरोधी फ़्रांसिसीयो के विरुद्ध चलाये जानेवाले आंदोलन का समर्थन करते थे | होआ होआ आंदोलन भी उपनिवेशकवाद -विरोधी आंदोलन था |
होआ हाओ आंदोलन
Explanation:
होआ हाओ एक वियतनामी बौद्ध धार्मिक आंदोलन था। इसकी शुरुआत वर्ष 1939 में बौद्ध सुधारक हुइन्ह फु सो ने की थी। होआ हाओ, समन्वित धार्मिक समूह काओ दाई के साथ, फ्रांसीसी और बाद में जापानी उपनिवेशवादियों के खिलाफ सशस्त्र शत्रुता शुरू करने वाले पहले समूहों में से एक था।
द्वितीय विश्व युद्ध में जापानी कब्जे के दौरान होआ हाओ का तेजी से विकास हुआ। युद्ध के बाद, यह वियतनामी राजनीति में एक स्वतंत्र बल के रूप में जारी रहा, दोनों फ्रांसीसी उपनिवेशवादियों और हो ची मिन्ह के विएत मिन्ह राष्ट्रवादी आंदोलन का विरोध किया। 1954 के बाद होआ हाओ और काओ दाई ने राष्ट्रपति नागा दिन दीम की अमेरिकी समर्थित सरकार के लिए सशस्त्र विरोध शुरू किया।