Hindi, asked by brandedroyal659, 6 months ago

हैं।
बीहि समास :- अनेकमन्य पदार्थ
पद के अर्थ की हो अर्थात् जो पद समस्त हो,उ
वस्तु का बोध हो वहाँ बहुदीहि समास होता है, जै
शंकर)- यहाँ अन्य पद भगवान शंकर की प्रध
गणेश), चतुरानन, (ब्रहा) अदिइसके उदाहर
★(4) द्वन्द्व समास:- 'चार्य द्वन्द्वः उभ
द प्रधान होते हैं और दोयादो से अधिक शव
न्द्व समास कहते हैं। जैसे-रामश्याम (राम
सीता और राम) आदि।
(5) कर्मधारय समासः-विशेषण वि
शेषण और दूसरा पद विशेष्य होता है, उसे
। यथा नीलकमल, रक्तकिसलय, महापुर
(6 द्विगु समास :- 'संख्यापूर्वो द्विगुः
और दूसरा संज्ञावाची, वहाँ द्विगु समास होता
लोकायम​

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Answered by ms3414582
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