Hindi, asked by a11082007k, 1 month ago

है बिखेर देती वसुंधरा मोती, सबके सोने पर। रवि बटोर लेता है उनको सदा सबेरा होने पर। भावार्थ लिखिये​

Answers

Answered by Rohitgahlawat
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Answer:

, भगवान श्रीराम , माता सीता और भाई लक्ष्मण द्वारा वनवास के समय पंचवटी नामक स्थान पर बिताई एक चाँदनी रात का वर्णन कर रहे है , जब भगवान राम और माता सीता विश्राम कर रहे हैं और लक्ष्मण पंचवटी में कुटिया के बाहर पहरा दे रहे हैं। प्रस्तुत है हिंदी में अर्थ / भावार्थ सहित मैथिलीशरण गुप्त जी की एक उत्कृष्ट रचना 'चारुचंद्र की चंचल किरणें' । इसमें उन्होंने बहुत ही अच्छे तरीके से चाँदनी रात में किरणों का खेल और लक्ष्मण जी की मनोस्थिति का वर्णन किया है।

Answered by chaudharysaloni008
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Explanation:

वसुंधरा हर जगह मोती और सोना फैला देती हैं और रवि उसको उठा लेता है और विरामदायिनी अपनी संरव्या को दे जाता है शून्न्य शयाम तनु जिससे उसका नया रूप दिखता है

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