Chemistry, asked by Sheroneashok6250, 11 months ago

हाइड्रोजन परमाणु में आद्य अवस्था में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा –2.18 × 10⁻¹⁸ J है। परमाणविक हाइड्रोजन की आयनन एन्थैल्पी J mol⁻¹ के पदों में परिकलित कीजिए।
[संकेत- उत्तर प्राप्त करने के लिए मोल संकल्पना का उपयोग कीजिए।

Answers

Answered by ankugraveiens
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परमाणविक हाइड्रोजन की आयनन एन्थैल्पी J mol⁻¹ के पदों में 1.31 \times 10^6 J mol^{-1} होगा |

Explanation:

प्रश्न मे दिया गया है कि ;

  हाइड्रोजन परमाणु में आद्य अवस्था में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा –2.18 × 10⁻¹⁸ J है |

इसलिए , हाइड्रोजन परमाणु में आद्य अवस्था  से इलेक्ट्रॉन को हटाने के लिए

                    आवश्यक उर्जा = –2.18 × 10⁻¹⁸ J

अतः  परमाणविक हाइड्रोजन की आयनन एन्थैल्पी =  2.18 × 10⁻¹⁸ J  

 अब ,

       आयनन एन्थैल्पी (J mol⁻¹)  = 2.18 \times 10^{-18}J \times 6.02 \times 10^{23} J mol^{-1}

                                                 = 1.31 \times 10^6 J mol^{-1}    

 इसलिए , परमाणविक हाइड्रोजन की आयनन एन्थैल्पी J mol⁻¹ के पदों में 1.31 \times 10^6 J mol^{-1} होगा |

                                                   

         

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