हालदार साहब के चेहरे पर एक कौतुक भरी मुस्कान क्यों फ़ैल गई
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मूर्तिकार ने नेताजी की मूर्ती बनाई। आखिर में जब उसने मूर्ति के चश्मे के लिए कई प्रयास किए थे, जिनमे वह मूर्तिकार विफल हो गया होगा। इस कारण नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मूर्ति पर चश्मा ना होना एक कमी बनकर रह गया। उस कमी को छिपाने के लिए कैप्टन उनकी मूर्ति पर रोज़ चश्मा लगा कर जाया करता था। एक दिन जब उस मूर्ति पर हालदार साहब ने काले फ्रेम का चश्मा देखा तो उनका चहरे पर कोतुक भारी मुस्कान फैल गई।
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नेताजी के चेहरे पर काले फ्रेम के सचमुच के चश्मे को देखकर
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