हिमाचल प्रदेश में प्रत्यक्ष चुनाव प्रणाली कब शुरू हुई इसकी बड़ी कमी क्या थी
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Explanation:
हिमाचल प्रदेश दिसंबर 2007 विधानसभा चुनाव दिसंबर 2007 में हिमाचल प्रदेश की हिमाचल प्रदेश विधान सभा के लिए हुआ चुनाव था। राज्य के 65 विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में 19 दिसम्बर 2007 को तथा किन्नौर, लाहौल स्पीती और भरमौर जनजातीय क्षेत्रों में 14 नवम्बर 2007 को दो चरणों में मतदान हुआ था।
राज्य में सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाते हुए भाजपा ने 41 सीट जीतकर कांग्रेस का कड़ी शिकस्त दी।
राज्य विधानसभा चुनावों के घोषित नतीजों के मुताबिक 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 23 सीटों से ही संतोष करना पडा, जबकि बहुजन समाज पार्टी को एक और अन्य को तीन सीटें मिली। लोक जनशक्ति पार्टी राज्य में खाता भी नहीं खोल पाई।
हिमाचल प्रदेश में 1990 के बाद भाजपा अब पहली बार अपने बूते पर सरकार बनाई। वर्ष 1990 में भाजपा ने जनता पार्टी के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन कर 51 सीटों पर चुनाव लडा था और उसे 46 सीटे मिली थी।
जनता पार्टी को 11 सीटें मिली। इसी के साथ भाजपा- जनता पार्टी की गठबंधन सरकार गठित हुई। उस दौरान कांग्रेस को मात्र 8 सीटें मिली थी। चुनावों में तीन निर्दलीय भी जीते थे।
बाद में वर्ष 1998 में भाजपा ने हिमाचल विकास कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार गठित की। उस दौरान भाजपा को 31 सीटें हासिल हुई थी जबकि हिमाचल विकास कांग्रेस को 5 सीटों पर जीत मिली थी।
प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है:
- हिमाचल प्रदेश विधान सभा के लिए दिसंबर 2007 में एक विधान सभा चुनाव हुआ था। 19 दिसंबर, 2007 को राज्य की संसद के 65 सदस्यों के साथ, और 14 नवंबर, 2007 को किनाउरू, लाहौर स्पीति और बरमोर के आदिवासी क्षेत्रों में दो चरणों में मतदान हुआ था।
- इसका मुख्य दोष यह था कि घोषित राज्य विधानसभा चुनाव परिणामों के अनुसार, कांग्रेस को 68 सदस्यीय विधानसभा में 23 सीटों से संतुष्ट होना पड़ा, जबकि बहुजन समाज पार्टी को एक और बाकी तीन सीटों पर जीत हासिल हुई। लोक जनशक्ति पार्टी राज्य में खाता भी नहीं खोल पाई।