Hindi, asked by shabbreenkauser, 2 months ago

हीम के अनुसार निर्धन हो गए व्यक्तियों के बारे में क्या कहा गया है ? रहीम
ने मनुष्य के शरीर को धरती के समान होने के लिए क्यों कहा है ?​

Answers

Answered by abibala194
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Answer:

1)रहीम ने क्वार के बादलों की तुलना उन लोगों से की है जो अमीरी से निर्धन हो चुके हैं। निर्धन लोग जब उन दिनों की बात करते हैं, जब वे धनी तथा सुखी थी, तो उनकी बातें पूर्णतः क्वार के बादलों की खोखली गरज जैसी होती है। क्वार बादल गरजते भर हैं, कभी बरसते नहीं, उसी प्रकार धनी लोग निर्धन होकर अपनी अमीरी की बातें करते हैं।

2)अर्थ- इस दोहे में रहीम दास जी ने धरती के साथ-साथ मनुष्य के शरीर की सहन शक्ति का वर्णन किया है। वह कहते हैं कि इस शरीर की सहने की शक्ति धरती समान है। जिस प्रकार धरती सर्दी-गर्मी वर्षा की विपरित परिस्थितियों को झेल लेती है। उसी प्रकार मनुष्य का शरीर भी जीवन में आने वाले सुख-दुःख को सहने की शक्ति रखता है।

Explanation:

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