हे मातृभूमि में तेरे चरणों में शीश नवा मैं भक्ति भेंट अपनी तेरी श्री आशीष निवारू का मतलब बताइए।
Attachments:
Answers
Answered by
13
Answer:
इन पंक्तियों में कवि कहते हैं कि हे! मातृभूमि मैं तेरी चरणों में शीश झुकाता हूं। तेरी शरण में अपनी भक्ति भेंट के रूप में अर्पित करूं।
Similar questions