Hindi, asked by SidharthReddy3, 9 hours ago

हां माता जी! मुझे पता है और यह भी पता है कि अपने प्राण खपाकर भाभी ने भैया को तो बचा लिया था, परन्तु भैया के पास भाभी को बचाने के लिए प्राण नहीं हैं।" (संस्कार और भावना)

1.गद्यांश का वक्ता कौन है? उसकी मनोदशा कैसी है? (2) 2 मुझे पता है का संदर्भ स्पष्ट कीजिए। (2) 3.भाभी ने भैया को तो बचा लिया था के आलोक में भाभी का चरित्र चित्रण कीजिए। (3) 4 भाभी को बचाने के लिए भैया के पास प्राण क्यों नहीं हैं? वक्ता ने ऐसा क्यों कहा है? (3)​

Answers

Answered by sniajacob1310
0

Answer:

Hindi?

Explanation:

could any one explain this to me

Answered by devirupa627
0

Answer:

this question is very good but I don't know the answer of this question

Explanation:

hope its help you dear

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