हिरन और गौरा के नेत्रों में क्या अंतर बताया गया है ?
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महादेवी ने गौरा के नेत्रों में एक आश्वस्त विश्वास की भाव पाया था। महादेवी ने हिरन भी पाले थे। हिरन के नेत्रों में विस्मय का भाव रहता है। उसकी तुलना में गाये की आँखों में रहने वाला विश्वास का भाव प्रकट करता है कि वह अपने निकटस्थ जीवों तथा मनुष्यों पर विश्वास करती है।
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महादेवी ने गौरा के नेत्रों में एक आश्वस्त विश्वास की भाव पाया था। महादेवी ने हिरन भी पाले थे। हिरन के नेत्रों में विस्मय का भाव रहता है। उसकी तुलना में गाये की आँखों में रहने वाला विश्वास का भाव प्रकट करता है कि वह अपने निकटस्थ जीवों तथा मनुष्यों पर विश्वास करती है।
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