"हंसी हमेशा संक्रामक होती है" का आशय स्पष्ट कीजिए।
please answer I'll mark as brilianest
Answers
Answered by
8
Answer:
please write in English language please please please
Answered by
6
Answer:
हँसी या हास्य मानव भावनाओं की अभिव्यक्ति की एक प्रक्रिया है। किसी भी मनुष्य को हँसी आ सकती है। परन्तु हँसी को कुछ लोग केवल मुस्कुराहट तक सीमित रखते हैं, कुछ लोग मुस्कुराने के साथ-साथ मुँह भी खोलते हैं और कम से कम उनके आगे दाँत भी दिखाई पड़ते हैं।
Hope it helps you
Similar questions