हास्य रस का एक उदाहरण लिखिए।
Answers
Answered by
40
मैं यह तोहीं मै लखी भगति अपूरब बाल।
लहि प्रसाद माला जु भौ तनु कदम्ब की माल।
Answered by
14
Answer:
हास्य रस सारे नवरसों में सबसे अधिक सुखात्मक रस है, हास्य मनोरंजन प्रधान रस है। किसी की वेशभूषा, वाणी, हाव-भाव, क्रिया-कलाप अथवा किसी रोचक घटना को देखकर मन में जो विनोद या प्रसन्नता का भाव उत्पन्न होता है, उसे ही हास्य रस कहते हैं। हास्य रस या तो किसी विषय को देखने मात्र से उत्पन्न हो सकता है अथवा किसी गतिविधि में सक्रिय रूप से भाग लेने से उत्पन्न हो सकता है।
हास्य रस का उदाहरण...
1 .बुरे समय को देखकर गंजे तू क्यों रोए,
किसी भी हालत में तेरा बाल न बांका होय।
2 . मरियल सी जनता को मीठे, वादों का जूस पिलाने दो,
बस एक बार, बस एक बार, मुझको सरकार बनाने दो।
Similar questions