Hindi, asked by surajkashyap1978, 9 months ago

हास्य रस की परिभाषा उदाहरण सहित बताइए ​

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Answered by umayadav20
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Answer:

अर्थ–वेशभूषा, वाणी, चेष्टा आदि की विकृति को देखकर हृदय में विनोद का जो भाव जाग्रत होता है, उसे ‘हास’ कहा जाता है। यही ‘हास’ विभाव, अनुभाव तथा संचारी भाव से पुष्ट होकर ‘हास्य रस’ में परिणत हो जाता है।

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