हास्य रस पर आधारित एक लघु कथा लगभग 100 से 120 शब्दों में लिखिए
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Answer:
हास्य रस आधारित लघु कथा
Explanation:
जैसे को तैसा
एक जमींदार के लिए उसके कुछ किसान एक भुना हुआ मुर्गा और एक बोतल फल का रस ले आए. जमींदार ने अपने नौकर को बुलाकर चीजें उनके घर ले जाने को कहा. नौकर एक चालाक, शरीर लड़का था.
यह जानते हुए जमींदार ने उससे कहा, "देखो, उस कपड़े में जिंदा चिड़िया है और बोतल में जहर है. खबरदार, जो रास्ते में उस कपड़े को हटाया, क्योंकि अगर उसने ऐसा किया तो चिड़िया उड़ जाएगी.
और बोतल सूंघ भी ली तो तुम मर जाओगे. समझे?"
नौकर भी अपने मालिक को खूब पहचानता था.
उसने एक आरामदेह कोना ढूंढा और बैठकर भुना मुर्गा खा गया.
उसने बोतल में जो रस था वह भी सारा पी डाला. एक बूंद भी नहीं छोड़ा.
उधर जमींदार भोजन के समय घर पहुँचा और पत्नी से भोजन परोसने को कहा. उसकी पत्नी ने कहा, "जरा देर ठहरो. खाना अभी तैयार नहीं है." जमींदार ने कहा, "मैंने जो मुर्गा और रस की बोतल नौकर के हाथ वही दे दो. वही काफी है."
उसके गुस्से की सीमा न रही जब उसकी पत्नी ने बताया कि नौकर तो सुबह का गया अभी तक लौटा ही नहीं.
बिना कुछ बोले गुस्से से भरा जमींदार अपने काम की जगह वापस गया तो देखा नौकर तान कर सो रहा है. उसने उसे लात मारकर जगाया और किसान द्वारा लाई गई भेंट के बारे में पूछा.
लड़के ने कहा, "मालिक, मैं घर जा रहा था तो इतने जोर की हवा चली कि मुर्गे के ऊपर ढका कपड़ा उड़ गया और जैसा आपने कहा था, वह भी उड़ गया. मुझको बहुत डर लगा कि आप सज़ा देंगें और मैंने बचने के लिए बोतल में जो जहर था वह पी लिया. और अब यहाँ लेटा-लेटा मौत के आने का इंतजार कर रहा था
Answer:
यह गधे की हास्य कहानी, (hasya kahani) पसंद आएगी क्योकि इस कहानी (hasya kahaniyan) में किसान और गधे के बीच में लड़ाई शुरू हो जाती है, यह देखकर सभी लोग हसने लगते है, सभी लोग उन्हें आपस में छुड़ाते है, इस कहानी में किसान गधे से काम लेना चाहता है क्योकि गधा ही किसान के काम आ रहा था मगर उसका गधा भी कमाल था, वह कोई भी काम नहीं करना चाहता था लेकिन किसान ने भी उस गधे से काम लेने के लिए जीद पकड़ी थी मगर उधर गधा भी समझ गया था की वह किसान क्या चाहता है यह सब कुछ हम अपनी कहानी में जान पायंगे.