हैशौक यही, अरमाि यही, हम कुि करके दर्दखलाएँगे|
मरिे वाली र्दनुिया में हम, अमरों में िाम भलखाएँगे|
जो लोग गरीब भभखारी हैं, जजि पर ि ककसी की िाया है|हम उिको गले लगाएँगे, हम उिको सुखी बिाएँगे|
जो लोग हार कर बैठे हैं, उम्मीर्द मार कर बैठे हैं|
हम उिके बुझे दर्दमागों में, किर से उत्साह जगाएँगे|
(क) कवव का अरमाि क्या है?
(ख) कवव ककिको गले लगािे की बात कह रहे हैं?
(ग) ककिमें उत्साह जगािा िादहए?
(घ) इस काव्यांश के भलए कोई उपयुक्त शीषकु र्दीजजए|
(च) ‘र्दनुिया’ शब्र्द का अर्ु बताइए|
(छ) ‘र्दखु ी’ शब्र्द का ववलोम शब्र्द उपयुक्ु त काव्यांश में से ढूँढ़कर भलखखए|
(ि) ‘गरीब’ शब्र्द से वाक्य बिाइए|
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d of e primary school Asansol Ashoknagarhotuy h have a great day and smart waysहैशौक यही, अरमाि यही, हम कुि करके दर्दखलाएँगे|
मरिे वाली र्दनुिया में हम, अमरों में िाम भलखाएँगे|
जो लोग गरीब भभखारी हैं, जजि पर ि ककसी की िाया है|हम उिको गले लगाएँगे, हम उिको सुखी बिाएँगे|
जो लोग हार कर बैठे हैं, उम्मीर्द मार कर बैठे हैं|
हम उिके बुझे दर्दमागों में, किर से उत्साह जगाएँगे|
(क) कवव का अरमाि क्या है?
(ख) कवव ककिको गले लगािे की बात कह रहे हैं?
(ग) ककिमें उत्साह जगािा िादहए?
(घ) इस काव्यांश के भलए कोई उपयुक्त शीषकु र्दीजजए|
(च) ‘र्दनुिया’ शब्र्द का अर्ु बताइए|
(छ) ‘र्दखु ी’ शब्र्द का ववलोम शब्र्द उपयुक्ु त काव्यांश में से ढूँढ़कर भलखखए|
(ि) ‘गरीब’ शब्र्द से वाक्य बिाइए|
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