होता इस पर अपने विचार बताइए।
इन पंक्तियों का उचित क्रम बताइए।
1. उत्साह उमंग निरंतर रहते मेरे जीवन में ।
2. उल्लास विजय का हँसता मेरे मतवाले मन से
3. जग है असार सुनती हूँ मुझको सुख-सार दिखाता। ()
1. मेरी आँखों के आगे सुख का सागर लहराता
(आ) कविता पढ़कर नीचे दिये गये अभ्यास पूरे कीजिए।
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ये पंक्तियाँ एक व्यक्ति के जीवन के ऊपर उसके आनंद और उत्साह का वर्णन करती हैं। पहली पंक्ति उसके जीवन में निरंतर उत्साह और उमंग के बारे में बताती है। दूसरी पंक्ति उसके मन की ऊर्जा और उल्लास का वर्णन करती है। तीसरी पंक्ति उसे सुख और समृद्धि के साथ जीवन का आनंद मिलता है।
Explanation:
- उसके जीवन में उत्साह और उमंग बनाए रखना बहुत जरूरी है क्योंकि यह उसे अपने लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद करता है। उसे निरंतर उत्साह बनाए रखने के लिए वह अपने जीवन में कुछ ऐसे लक्ष्य रख सकता हैं जिन्हें पूरा करने के लिए वह उत्साहित रहेगा।
- उल्लास विजय का हँसता मतवाला मन उसके मन की ऊर्जा और खुशी का स्रोत है। वह जो भी करता है उसे उसके मन से करता है। उसकी खुशी उसके काम को आसान बनाती है और उसे निरंतर मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- जीवन का सार उसके लिए सुख और समृद्धि होता है। वह जो भी करता है उसे आनंद और समृद्धि का लाता है। सुख उसके जीवन का एक अहम हिस्सा होता है जो उसे सकारात्मक रखता है। इसलिए, उसे जीवन में सुख बनाए रखना बहुत जरूरी है। उसे समृद्धि के साथ अपने जीवन को भी जीना चाहिए। समृद्धि उसके लिए वह मात्र धन की वस्तु नहीं होती है, बल्कि उसके जीवन में कामयाबी, सम्मान और संतुष्टि का एक बहुत अहम हिस्सा होता है। इसलिए, उसे समृद्ध बनाए रखना भी बहुत जरूरी है।
इन पंक्तियों का उचित क्रम निम्नलिखित है:
- उत्साह उमंग निरंतर रहते मेरे जीवन में।
- उल्लास विजय का हँसता मेरे मतवाले मन से।
- जग है असार सुनती हूँ मुझको सुख-सार दिखाता।
- मेरी आँखों के आगे सुख का सागर लहराता।
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