Social Sciences, asked by st786475, 4 months ago

हिटलर के नाजी पार्टी की प्रचार कला की विशेषताएं लिखें​

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Answered by ElegantAjad
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आडोलफ हिटलर ( 20 April 1889 – 30 April 1945 ) एक जर्मन शासक थे । वे " राष्ट्रीय समाजवादी जर्मन कामगार पार्टी " ( NSDAP ) के नेता थे । इस पार्टी को प्राय : " नाज़ी पार्टी " के नाम से जाना जाता है । सन् 1933 से सन् 1945 तक वह जर्मनी के शासक रहे । हिटलर को द्वितीय विश्वयुद्ध के लिये सर्वाधिक जिम्मेदार माना जाता है । द्वितीय विश्व युद्ध तब हुआ , जब उनके आदेश पर नात्सी सेना ने पोलैंड पर आक्रमण किया । फ्राँस और ब्रिटेन ने पोलैंड को सुरक्षा देने का वादा किया था और वादे के अनुसार उन दोनों ने नाज़ी जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी ।

अतिरिक्त जानकारी

हिटलर का व्यक्तित्व

उपर्युक्त सभी कारणों के अतिरिक्त हिटलर के अभ्यूदय का महत्वपूर्ण कारण स्वय उनका प्रभावशाली एवं आकर्षक व्यक्तित्व था वे उच्च कोटी के वक्ता थे । वे भाषण की कला में निपुण थे ।

उनकी वाणी जादू का काम करती थी और जनता का दिल जीत लेती थी । आधुनिक युग में प्रचार का काफी महत्व है । प्रचार वह शक्ति है जो झुठ को सच और सच को झुठ बना सकती है । संयोगवश हिटलर को क महान प्रचारक मिल गया था ।

जिसका नाम था गोबुल्स उनक सिद्धांत था कि झुठ बातों को इतना दुहराओं कि वह सत्य बन जाए । इस तरह उनकी सहायता से जनता का दिल जितना हिटलर के लिए आसान हो गया । इस तरह हम देखते हैं कि हिटलर और उनकी पार्टी के अभ्युदय के अनेक कारण थे ।

जिनमें हिटलर का व्यक्तित्व एक महत्वपूर्ण कारण था और अपने व्यक्तित्व का उपयोग कर उन्होंने वर्साय संधि की त्रुटियों से जनता को अवगत कराया उन्हें अपना समर्थक बना लिया ।

यह ठीक है कि युद्धोतर जर्मन आर्थिक दृष्टि से बिल्कुल पंगु हो गया था , वहाँ बेकारी और भुखमरी आ गई थी परन्तु हिटलर एक दूरदर्शी राजनितिज्ञ था । और उसने परिस्थिति से लाभ उठाकर राजसत्ता पर अधिपत्य कायम कर लिया ।

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धन्यवाद

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