हिटलर की विदेश नीति जर्मनी की खोई प्रतिष्ठा प्राप्त करने का एक साधन था। कैसे?
Answers
Answered by
13
Answer:
हिटलर ने अपनी विदेशी नीति के संदर्भ विस्तृत विवेचना अपनी पुस्तक ‘मेरा संघर्ष’ में की है। हिटलर ने अपना नारा ‘वार्साय की संधि का नाश हो’ दिया था, स्पष्ट है कि हिटलर वार्साय की संधि की संपूर्ण व्यवस्था को कुचलना चाहता था। वहा जर्मनी को एकासत्तात्मक राष्ट्र बनाना चाहता था। वह चाहता था कि जर्मनी विश्व की महान शक्ति बने। इसका मानना था कि जर्मनी की धुरी शक्ति बनाने के कार्य के पीछे ईश्वरीय प्रेरणा है। और इस कार्य को वही कर सकता है।
Similar questions