Hindi, asked by storeofmumbai9881, 11 months ago

हाथी जैसा देह, गेंडे जैसी चाल। तरबूज़े सी खोपड़ी, खरबूज़े से गाल।। सपटीकरण

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Answered by bhatiamona
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हाथी जैसा देह, गेंडे जैसी चाल। तरबूज़े सी खोपड़ी, खरबूज़े से गाल।।

रस का भेद : हास्य रस

स्पष्टीकरण :

अर्थात जिसकी हाथी जैसी मोटी देह है, और जिसकी चाल गैंडे के जैसी बेडौल है। जिसका सिर इतना बड़ा है, कि तरबूज के जैसा लगता है, और जिसके गाल बिल्कुल खरबूजे की तरह दिखायी देते हैं।

यह पंक्ति हास्य रस का उदाहरण है, क्योंकि इन पंक्तियों को पढ़कर हास्य भाव की  उत्पत्ति हो रही और हँसी की अनुभूति हो रही है। हास्य रस वहां पर प्रकट होता है जब किसी काव्य को पढ़कर सहज रूप से हँसने का मन करे। मन में  गुदगुदी हो या मन प्रफुल्लित हो।

इन पंक्तियों में हास्य रस हास्य रस प्रकट हो रहा है। हास्य रस का स्थाई भाव हास है। जब किसी व्यक्ति या वस्तु की वेशभूषा, उसकी वाणी या उसकी चेष्टा में आई किसी भी विकृति या अनोखी बात को देखकर सहज रूप से हंसी आ जाए। तब वहां पर हास्य रस प्रकट होता है।

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