हिंदी में निबंध हार्टफुलनेस पर
Answers
Answer:हार्टफुलनेस संस्था द्वारा अखिल भारतीय निबंध लेखन कार्यक्रम वर्ष 2018
में राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर पर चयनित छात्र-छात्राओं का पुरस्कार
वितरण
उज्जैन। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी श्री रामचन्द्र मिशन/हार्टफुलनेस
एज्युकेशन ट्रस्ट एवं संयुक्त राष्ट्र जन सूचना केन्द्र भारत एवं भूटान
के तत्वावधान में आयोजित निबंध लेखन कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर एवं
प्रदेश स्तर पर चयनित छात्रों को हार्टफुलनेस वेलकम लाउंज कासमास मॉल
(ट्रेजर बाजार) में पुरस्कार एवं मेडल वितरित किये गये। हार्टफुलनेस
सेन्टर उज्जैन के केन्द्र समन्वयक श्री संजय खण्डेलवाल द्वारा राष्ट्रीय
स्तर नवम रेंक (श्रेणी-२) हिन्दी का पुरस्कार श्री श्लोकम श्रीवास्तव
माधव साईंस कॉलेज उज्जैन को प्रदान किया। प्रदेश स्तर पर पर श्रेणी-एक
(स्कूल) में कुल 20 पुरस्कार वितरित किये जाते हैं। उसमें से यह उज्जैन
के छात्र/छात्राओं की प्रतिभा है कि आठ पुरस्कार अर्जित किये गये हैं।
इनमें राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार (हिन्दी) कुमारी तन्मयी जोशी,
सेन्टपॉल स्कूल को द्वितीय पुरस्कार (अंग्रेजी), अंशुल सिंह क्रिस्ट
ज्योति कान्वेन्ट स्कूल को तृतीय पुरस्कार (हिन्दी), कुमारी नन्दिनी
कृपलानी स्टेनफोर्ड गर्ल्स इंटरनेशनल स्कूल को चतुर्थ पुरस्कार
(अंग्रेजी), पल्लवी जोशी लोकमान्य हा.से. स्कूल, सी.बी.एस.ई. यूनिट को,
पंचम पुरस्कार (हिन्दी) कादम्बिनी चौहान स्टेनफोर्ड इंटरनेशनल स्कूल को,
सप्तम पुरस्कार (अंग्रेजी) तरूण भारद्वाज केन्द्रीय विद्यालय को, अष्टम
पुरस्कार (हिन्दी) कानन जैन स्टेनफोर्ड इंटरनेशनल स्कूल को एवं नवम
पुरस्कार (हिन्दी), भूमिका यादव क्रिस्ट ज्योति कान्वेन्ट स्कूल को
प्रदान किये गये। इसके अतिरिक्त केन्द्रीय विद्यालय एवं माधव साईस कालेज
के छात्रों को मेरिट पुरस्कार प्रदान किया गया। संस्था द्वारा उज्जैन
जिले के 49 स्कूलों एवं कालेजो में 458 छात्र/छात्राओं ने हिस्सा लिया
था।
इसमें से 132 छात्र/छात्राओं को सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट प्रदान किये गये हैं
एवं शेष 326 छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट ऑफ पार्टीसिपेंट हार्टफुलनेस
वेकलम लाउंज में क्रमश: प्रदान करने हेतु सूचना भेजने की प्रक्रिया जारी
है। छात्र/छात्राओं को सभी पुरस्कार उनके माता पिता एवं स्कूल कालेजों के
प्राचार्य प्रतिनिधि की उपस्थिति में प्रदान किये गये। पुरस्कार वितरण के
दौरान समन्वयक श्री खण्डेलवालजी ने यौगिक प्राणाहुति द्वारा ध्यान करने
के महत्व से अवगत कराया।
कार्यक्रम में समन्वय के अतिरिक्त श्रीमती संगीता खण्डेलवाल, सागर
खण्डेलवाल, प्रदीप निगम, श्रीमती जीवनलता निगम, श्रीमती अनुपमा
दौलताबादकर, डॉ. वेदप्रकाश व्यास, श्रीमती उषा व्यास, डॉ. संगीता पाटकर,
कुलदीप पाल, कु. मोनिका उपाध्याय, डॉ. अंशु भारद्वाज, एस.पी. रैठा,
डी.एस. कदम, अरविन्द शुजालपुरकर, श्रीमती पुष्पलता पाल, श्रीमती कुमुद
जावडेकर एवं श्री सुधीर पारिख इत्यादि उपस्थित थे। बी-129 कासमॉस मॉल
(ट्रेजर बाजार) में स्थित हार्टफुलनेस वेलकम लोउंज ने ध्यान से लाभांवित
करने हेतु प्रतिदिन दोपहर 1 से रात्रि 9 बजे तक नि:शुल्क सुविधा प्रदान
की जा रही है। जिज्ञासुगण लाभ उठा सकते हैं।
निबंध लेखन के विषय – श्रेणी 1 कक्षा 9 से 12 तक;एक विवेक मस्तिष्क
का होता है और एक दिल काÓ चार्ल्स डिकेन्स श्रेणी 2 स्नातक एवं
परास्नातक
'सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग एक ऐसे चाकू की तरह है जिसमें सिर्फ धार
है। वह प्रयोग करने वाले के हाथ रक्तमय कर देता है।Ó रविन्द्रनाथ
टैगोर
Explanation:hope it’s helpful
Then please mark me as brilliant please please