Hindi, asked by papakiprincess777, 3 months ago

हिंदी में समस्यत्मक नाटकों के जन्मदाता को माने जा सकते है​

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Answered by Arna146
9

Answer:

नाटक के पंचम वेद की मान्यता भरतमुनि ने प्रदान की। नाटक के उद्भव के संबंध में भरतमुनि ने अपने प्रसिद्ध ग्रंथ 'नाट्यशास्त्र' में एक घटना का उल्लेख किया है। उनके अनुसार देवताओं की प्रार्थना पर बह्मा ने ऋग्वेद से पाठ, सामवेद से गान, यजुर्वेद से अभिनय और अथर्ववेद से रस लेकर पाँचवें वेद के रूप में 'नाट्य-वेद' की रचना की।

Answered by deadpool132
0

Answer:

नाटक के पंचम वेद की मान्यता भरतमुनि ने प्रदान की। नाटक के उद्भव के संबंध में भरतमुनि ने अपने प्रसिद्ध ग्रंथ 'नाट्यशास्त्र' में एक घटना का उल्लेख किया है। उनके अनुसार देवताओं की प्रार्थना पर बह्मा ने ऋग्वेद से पाठ, सामवेद से गान, यजुर्वेद से अभिनय और अथर्ववेद से रस लेकर पाँचवें वेद के रूप में 'नाट्य-वेद' की रचना की।

Explanation:

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