Hindi, asked by kveni5210, 8 months ago

है। दाना कार्य कुशल, गुणी
माज के निर्माण में दोनों का समान महत्व है। वेदों में स्त्री की तुलना
सामाजिक, मानवीय अपराध है। ऐसे अपराध को समाप्त करना बेहद जरूरी है।
माँ मुझे आने दे, डर मत आने दे।
फैलूंगी तेरे आँगन में हरियाली बनकर
लिपटूंगी तेरे आँचल में
मेरी किलक और ठुमकते कदमों में
घर का सन्नाटा बिखर जाएगा
जो पसरा है पिता के दंभ
भाई की उदंडता के कारण सदियों से।
खुशबू बनकर
|बेटी माँ की सबसे अच्छी सहेली
2 बेटी घर की खुशी है, कैसे?
पोछ दूंगी अँधेरा, जो तेरे माथे की सिलवटों में सिमटा है
कभी-कभी झर जाता है ओस की बूंदों-सा, आँखों की कोरों से।
आने तो दे, धुल जाएगा सारा का सारा रुखीला अहसास
अकड़ीला मिज़ाज जो चिपका है घर की सारी की सारी दीवारों
बंद दरवाजों खिड़कियों में।
तेरी आँखों में तैरते ये समुंदर ये आसमान के अक्स
मैंने देख लिए हैं माँ।
माँ... जा सकती हूँ मैं दूर-पार, उस झिलमिलाती दुनिया में
ला सकती हूँ वहाँ से चमकीले टुकड़े तेरे सपनों के,
समुंदर की लहरों के थपेड़ों में ढूँढ़ सकती हूँ मैं
मोती और सीपी और नाविकों के किस्से।
कर सकती हूँ माँ, मैं सब-कुछ जो रोशनी-सा चमकीला
रंगों-सा चटकीला हो, पर आने तो दे, डर मत माँ...मुझे आने दे।
LE2019-20
सत्य से बढ़कर धर्म नहीं है। सत्य स्वयं परब्रह्म परमात्मा है।
की गई है। कहते है जहाँ नारी का वास होता है वहाँ देवता बसते हैं। लेकिन
सामाजिक विषमताओ के कारण आज भी भ्रूणहत्याएँ देखी जा रही हैं। ऐसी घटनाएं​

Answers

Answered by vkpathak2671
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Answer:

महिलाओं का समान और प्रतिष्ठा पुरुष से कम समाज में ... वैदिक युग से ही स्त्री-पुरूष दोनों के लिए विवाह की ... में मानव जीवन का उचित उपयोग असम्भव था।

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