"हिंदी साहित्य का इतिहास" आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार उसका काल विभाजन कीजिये और वीरगाथा काल के को समझाते हुए उसे उसकी विशेषताओं को लिखे तथा तीन - तीन कवि और उनकी रचनाओं के नाम लिखिए?
Answers
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने, अपने शोधपूर्ण ग्रंथ—हिंदी साहित्य का इतिहास में, काल-विवेचन कुछ इस प्रकार से किया है——
१. आदिकाल—वीरगाथा काल—संवत् १०८०-१३७५,
२. पूर्व मध्य काल—भक्ति काल—" १३७५-१७००,
३. उत्तर मध्य काल—रीति काल—" १७००-१९००,
४. आधुनिक काल—गद्य काल—१९००-१९८०——
वीरगाथाकाल की प्रमुख विशेषताएँ
काव्यों में वीर रस के साथ श्रृंगार का पुट भी पर्याप्त मात्रा में मिलता है। कल्पना की प्रचुरता एवं अतिशयोक्ति का आधिक्य। काव्य का विषय युद्ध और प्रेम। युद्ध का सजीव वर्णन।जहाँ तक वीरगाथा काल के काव्य की प्रवृत्तियों का प्रश्न है, वे उस समय के चारणों और भाटों द्वारा रचित काव्य के आधार पर स्पष्ट की जा सकती हैं। इसकाव्य के काव्यग्रंथ प्राय: 'रासो' कहलाते हैं ।
वीर गीत काव्य-ग्रन्थों में सर्वाधिक लोकप्रिय ग्रन्थ कवि जगनिक का 'परमाल रासो' या 'आल्हा खण्ड' है। वीरगाथा काल के प्रथम कवि का नाम लिखिए। उत्तर : चन्दबरदाई।
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