Hindi, asked by bashirahmed75400, 6 months ago

हजरत मोहम्मद सल्ला वसल्लम को जिंदगी के एकता ही दौर में कौन मुश्किलात के हिसाब से पढ़ें جواب اردو ​

Answers

Answered by yashpatil12381
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'ला इलाह इल्लाला, मोहम्मद रसुल्लाह'

भावार्थ : अल्लाह सिर्फ एक है, दूसरा कोई नहीं। मोहम्मद साहब उसके सच्चे रसूल हैं।

पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने ही इस्लाम धर्म की स्‍थापना की है। आप हज़रत सल्ल. इस्लाम के आखिरी नबी हैं, आपके बाद अब कयामत तक कोई नबी नहीं आने वाला।

जबकि अरब में कबीलाई संस्कृति का जाहिलाना दौर था। हर कबीले का अपना अलग धर्म था और उनके देवी-देवता भी अलग ही थे। कोई मूर्तिपूजक था तो कोई आग को पूजता था। यहुदियों और ईसाइयों के भी कबीले थे लेकिन वे भी मजहब के बिगाड़ का शिकार थे। ईश्वर (अल्लाह) को छोड़कर लोग व्यक्ति और प्रकृति-पूजा में लगे थे।

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