Hindi, asked by Akari2143, 8 months ago

Ham sab Suman ek upvan ka this chapter questions answer

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Answered by riyasharma92184
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Answer:

हम सब सुमन एक उपवन के से कवि का तात्पर्य है?

यह कविता द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी द्वारा लिखी गई है इसमें कवि यह समझाना चाहते है  

हम मनुष्य सब इस धरती में पैदा हुए और बड़े हुए इस मिटटी में और जल में, हम मनुष्य है इस धरती के| हमारे रंग-रंग अलग है पर शोभा मिलकर बनाते इस धरती की | हम सबका एक ही माली है| सूरज-चंदा सब एक है सब एक सा मिला सबको हम मनुष्य है इस धरती के| मुश्किलों में भी हम सबने हंस कर जीना सिखा , एक साथ चल कर हमने जीना सिखा| धन और निर्धन सब मनुष्य है इस धरती के।

Answered by krishna210398
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Answer:

Suman ek upvan ka this chapter questions answer

Explanation:

(क) कवि ने बाग के फूलों को किन कारणों से बराबर कहा है?

उत्तर कवि ने बगीचे के फूलों को कई कारणों से समान कहा है जैसे- बगीचे में विभिन्न प्रकार के फूल और विभिन्न प्रकार के रंगीन फूल होने के बावजूद, वे सभी के लिए सुगंध फैलाते हैं। फूल कभी भी अमीर और गरीब के बीच भेदभाव नहीं करता है। बाग के फूल अनेक रूप होते हुए भी एक दूसरे का आदर करते हैं और बड़े प्रेम से रहते हैं। इसलिए फूलों की एकता बगीचे की शक्ति है।

(ख) अनेक रंगों के फूल बगीचे की शोभा बढ़ाते हैं। इसी तरह, विभिन्न जातियों और उप-जातियों के लोग देश की सुंदरता को कैसे बढ़ाते हैं?

उत्तर कई रंगों के फूल बगीचे की शोभा बढ़ाते हैं। इसी तरह विभिन्न जाति उपजातियों के लोग देश की सुंदरता को बढ़ाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि भले ही उनकी भाषाएं अलग हों, उनकी संस्कृति अलग हो, या उनके पहनावे में अंतर हो, या भले ही उनके अलग-अलग धर्म हों, वे सभी एक-दूसरे के साथ खेलते हैं। एक-दूसरे का सम्मान करते हुए, बड़े प्रेम से, देश के हित में योगदान देकर देश देश को सुशोभित करता है।

(ग) कविता से हमें क्या सीख मिलती है?

उत्तर: यह कविता हमें सिखाती है कि हमारे रंग या भाषा चाहे जो भी हों, हमें साथ रहना है। हमें अमीर-गरीब का भेद किए बिना एक-दूसरे का साथ देकर देश को प्रगति के पथ पर आगे ले जाना है।

3. "दुनिया एक बगीचा है और हम उनके फूल हैं।" इस संबंध में अपनी राय दें।

उत्तर: इस वाक्य में संसार की तुलना बाग से और मनुष्य की फूल से की गई है। जैसे बगीचे में तरह-तरह के फूल और तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूल मिलते हैं, वैसे ही दुनिया में अलग-अलग तरह की जातियां, उपजातियां और अलग-अलग तरह की भाषा के लोग रहते हैं। जैसे बगीचे को फूलों से सजाया जाता है और माली द्वारा उसकी देखभाल की जाती है। इसी तरह दुनिया लोगों से सुशोभित है और भगवान इसकी देखभाल करते हैं।

4. कविता में कुछ शब्दों को दोहराया गया है। आइए, इनके साथ वाक्य बनाएं:

उत्तर:

(i) अलग-अलग :- राजू और शाम के अलग-अलग कमरे हैं जो उनके पिता ने बनाए हैं।

(ii) रंग-रंग :- रंग-रंग के लोग हमारे भारत देश में पाए जाते हैं।

(iii) शय्या-बिस्तर:- फूलों के बगीचों में बेड-बेड द्वारा फूल लगाए जाते हैं।

(iv) झूल-झूल :- झूले में झूला झूलने में बड़ा मजा आता है।

5. निम्नलिखित शब्दों को शब्दकोष के क्रम में व्यवस्थित करें:

(ए) सुमन, उपवन, पृथ्वी, घोप।

= बगीचा, धूप, पृथ्वी, सुमन।

(बी) खींचो, हवा, किरण, डर।

= किरण, खींचें, भय, हवा।

(सी) गगन, गुंजन, शोभा।

= आकाश, हम, शोभा।

#SPJ2

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