Social Sciences, asked by rajnidevimay1985, 4 months ago

हमें अपने पर्यावरण की सुरक्षा क्यों करनी चाहिए (the best answer I will mark as brain list)​

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Answered by muskan0801
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पर्यावरण को बचाने का अर्थ है, वृक्षों की सुरक्षा करना और हरियाली को नष्ट न करना। पर्यावरण की रक्षा के लिए हमे पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवों की सुरक्षा करनी होगी। हमे वृक्षों, जानवरों, पक्षियों, पौधों और पानी को बचाना होगा। जैसे कि हमें पता है पर्यावरण और जीवन एक दूसरे से जुड़े हैं। पर्यावरण अगर नष्ट हो जाएगा तो जीवन संभव नही होगा। भविष्य में धरती पर जीवन व्यापन करने के लिए हमे आज पर्यावरण को बचाना होगा।

आज के समय में हमारे वातावरण और जलवायु में बहुत से बदलाव हो रहें हैं। यह बदलाव पृथ्वी पर जीवन के लिए नुकसानदायक है। हमें अपने ग्रह को बचाने के लिए और मानव जीवन की सुरक्षा के लिए एक साथ काम करना होगा। विश्व के सभी देशों को एक साथ आकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा। छोटें और गरीब देश वातावरण के अनुकूल काम करतें हैं और इसकी सुरक्षा में भी पूरा सहयोग देतें हैं। वहीं जो देश विकसित होनें की राह पर हैं, उन्हें अपने पर्यावरण को भी महत्व देना होगा और प्रकृति को बचाने का प्रयास करना पड़ेगा।

पर्यावरण की समस्या का समाधान

मनुष्य जीवन पूरी तरह से प्रकृति पर निर्भर होता है। मनुष्य अपनी सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्यावरण की मदद लेता है। किसी न किसी प्रकार से मनुष्य आज भी पर्यावरण को अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए इस्तेमाल करता है। छोटी छोटी बातों को समझ कर और उन्हें अपना कर हम अपनी प्रकृति की सुरक्षा कर सकतें हैं। हम अपनी जरूरत अनुसार साधानों का उपयोग कर सकतें हैं। व्यर्थ में हमें पानी और अन्य चीज़ें बरबाद नहीं करनी चाहिए।

पर्यावरण की रक्षा के उपाय निम्न हैं:

1. परिवार में पर्यावरण की सुरक्षा

हमारे सीखने की शुरूआत घर परिवार से होती है। हमारा घर ही हमारा पहला विद्यालय होता है और परिजन हमारे पहले शिक्षक होते हैं। कई कल्पनिक बातों और कहानियों के ज़रिए हम बच्चों को वातावरण की महत्वता बता सकतें हैं। घर में रखे हर पौधे की जिम्मेदारी घर के हर सदस्य को दे दी जाए, खासकर बच्चों को और उनकों उसका महत्व समझाया जाए।

बच्चों को पेड़ों के नाम याद कराने से और उन पेड़ों से मिलने वाले फायदे बता कर बच्चों को पेड़ों की ओर आर्किषत किया जा सकता है। आप घर में पालतू जानवर को भी रख सकतें हैं। ऐसा करने से आप अपने परिवार जनों और जानवरों के बीच एक मजबूत रिश्ता जुड़वां सकतें हैं।

2. जीवन में सरलता को अपनाना चाहिए

कुछ सालों पहले तक बच्चों का प्रकृति के साथ एक रिश्ता होता था। वह अपना समय पेड़ों और जानवरों के साथ बीताते थे पर अब ऐसा नही है। पहले घर बड़ें होते थे और उनमें बगीचे होते थे जिसके अंदर के पेड़ों की जिम्मेदारी बच्चों को दी जाती थी। पर आज सब शहरों में आकर रहनें लगें हैं और घर के अंदर पेड़ों की जगह छोटे पौधों ने ले ली हैं।

परिवार में सबको यह बताना होगा कि हर मौसम के हिसाब से अलग फल और सब्जियां होतें हैं। आज के समय में हम चीजों को दोबारा इस्तेमाल नहीं करते हैं। हमनें एक सिद्धांत अपनाया है कि इस्तेमाल करो और फेंकों। हमें लाईट बंद कर देनी चाहिए, अगर उनकी आवश्यकता नहीं है। हमें टपकती हुई टंकी को ठीक कराना चाहिए क्योकि टंकी के टपकने से बहुत पानी बरबाद होता है।

3. जंगलो की सुरक्षा करना

विकास का नया अर्थ है फैक्ट्री। जी हां, हमारी दुनिया में विकसित होने का मतलब है फैक्ट्री की स्थापना होना। ये फैक्ट्रियां वहां स्थापित होती है, जहाँ जंगल होता है। जंगल के पेड़ों को काट कर फैक्ट्रियां लगाई जाती हैं। खेतों की महत्वता पर ज़ोर दिया जाता है परंतु जंगलों पर नहीं।

खेतों की महत्वता इसलिए बताई जाती है क्योकिं वहां से फसल पैदा होती है। पर जंगल भी हमारे लिए उतने ही आवश्यक हैं जितने की खेत। जंगलों को कई बार खेत बनाने के लिए साफ किया जाता है जो गलत है। लकड़ी पाने के लिए भी पेड़ों को कांटा जाता है पर दोबारा कोई पौधा नहीं लगाया जाता। अगर धरती पर जंगल रहेंगे तो मानव जाति को कई अनकहें फायदे होंगें। जंगल हमें फल देतें है, आर्युवेदिक दवांए देतें हैं, लकड़ी देतें हैं और ईंधन प्रदान करतें है। जंगल ही ऐसे स्त्रोत हैं जो बाढ़ से बचाव करतें हैं और मिट्टी की बरबादी को रोकतें हैं।

रॉबर्ट चेंबर्स, जो एक स्कॉटिश वनस्पतिशास्त्री हैं, ने यह बताया कि अगर जंगल खत्म हो जाएंगे तो पानी की किल्लत होगी और खेंतो की मिट्टी की उपज भी कम होगी। उपज कम होनें के कारण फसल कम होगी जिससें जानवर और पक्षियों की मृत्यु हो जाएगी। जंगलों के खत्म होनें से बाढ़, सूखा, गर्मी, अकाल और रोग जैसी विपदाएं आएंगी।

4. ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना

वृक्ष ऑक्सीजन के सबसे बड़े स्त्रोत हैं। जैसा कि हम सबको पता है कि ऑक्सीजन जीवन के लिए अति आवश्यक है और जीवन दायनी गैस हैं। फोटोसिनथेसिस, जो कि वृक्षों के खाने बनाने की प्रक्रिया है, से पेड़ सबसे ज्यादा ऑक्सीजन गैस बनातें हैं। हमे पेड़ों को काटना नही चाहिए।

हमे विशेष अवसरों पर दूसरों को पौधें देनें चाहिए और उन्हें पेड़ों की रक्षा के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। अगर हर व्यक्ति एक पेड़ लगाएगा तो वातावरण में पेड़ों की संख्या कम नहीं होगी। ऐसा करने से हवा साफ होती है, प्रदुषण कम होता है और तापमान संतुलित रहता है।

Answered by kourharmandeep212
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