हम बालक है सभी ढंग के,
भेर्द नहीं पर जाति रंग के।
हम सारे जग को ही समझे,
प्रिय अपना घर-द्वार।
मधुर हम बच्चो का संसार।
क. बालक किस प्रकार के भेर्द भाव से वंनित है?
ख. कवि ने सारे जग को किसके समान समझने के लिए कहा है?
ग. 'हम बालक है सभी ढंग के'- इसका सामान्य अर्थ
लिखे।
घ. 'घर-द्वार'- में कोनसा सामास है।
ङ. उपर्युक्त काव्यांश में किसकी विशेषता बताई गई है।
Answers
Answered by
1
Good Morning!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!¡!!!!!!¡!?!!!!!??
Similar questions