हम लोगों की सम्मति में इन दोनों पुरुषों ने प्रभु की मंगलमयी सृष्टि का कुछ वि
नहीं किया वरंच उस में सुख और संतति अधिक हो इसी में परिश्रम किया। जि
चंडाल रूपी आग्रह और कुरीति के कारण मनमाना पुरुष धर्मपूर्वक पाकर लाखों र
कुमार्ग गामिनी हो जाती हैं, लाखों विवाह होने पर भी जन्म भर सुख नहीं भोर
पातीं, लाखों गर्भ नाश होते और लाखों की बाल हत्या होती हैं, उस पापमयो नृश
रीति को इन लोगों ने उठा देने में अपनी शक्यभर परिश्रम किया।
Answers
Answered by
1
Answer:
hindi kuuti ha bakar ha hindi dukh dindi kutti ha
Similar questions