हम औसत का प्रयोग क्यों करते हैं इनके प्रयोग करने की कया कोई सीमाएँ हर विकास से जुड़े अपने उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
Answers
Explanation:
हम औसत का प्रयोग आय की तुलना करने के लिए करते हैं।
आय की तुलना दो व्यक्तियों के बीच दो राज्यों के बीच या फिर दो देशों के बीच हो सकती है। एक देश के लोग दूसरे देश के लोगों से कितने बेहतर है? इसके लिए हम औसत आय की तुलना करते हैं जो कि देश की कुल आय को कुल जनसंख्या से भाग देखा निकाली जाती है।
उदाहरण के लिए अर्थशास्त्री आर्थिक विकास की दृष्टि से प्रति व्यक्ति आय या औसत आय को एक माप मानते हैं, लेकिन हो सकता है कि देश में औसत आय में वृद्धि हुई हो तथा धन और आय के वितरण से अधिक असमानताएं आई हो, अर्थात धनी व्यक्ति अधिक धनी हुए हैं ग़रीब व्यक्ति और ग़रीब । इस प्रकार औसत आय धनी और निर्धन के बीच अंतर नहीं बताती है। इसे विकास का अच्छा माप नहीं माना जा सकता है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
हम औसत का प्रयोग क्यों करते हैं इनके प्रयोग करने की कया कोई सीमाएँ हर विकास से जुड़े अपने उदाहरण है-
Explanation:
किसी एक देश की कुल आय को उस देश की कुल जनसंख्या से भाग ले कर औसत आय को निकाला जाता है। परन्तु विभिन्न देशों अथवा व्यक्तियों की तुलना के लिए सामान्यतया उनकी एक या दो विशिष्टताओं जो लगभग सभी व्यक्तियों अथवा देशों का समग्र रूप में प्रतिनिधित्व करती हो, को ही आधार बनाया जाता है। सामान्यतया इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए औसत का ही प्रयोग किया जाता है।
यद्यपि आय का स्तर महत्वपूर्ण है परन्तु यह किसी देश के विकास को मापने के लिए पर्याप्त मापदण्ड नहीं है। उदाहरण के लिए, प्रायः किसी देश के विकास में उसकी कुल आय की तुलना से हमें ये ज्ञात नहीं होता कि देश का प्रति व्यक्ति आय क्या है। विभिन्न देशों की जनसंख्या भी प्रायः अलग-अलग होती है।
जब कुल आय अधिक होती हैं परंतु यदि साथ ही जनसंख्य भी अधिक होती हैं तो इस अधिक आय को कोई विशेष महत्व नहीं रह जाता। अत: इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रायः औसत आय का ही प्रयोग किया जाता हैं। परंतु तुलनात्मक उद्देश्य के लिए औसत का प्रयोग कई बार भ्रमक भी हो सकता है।