Hindi, asked by sinhaaditya564gmail, 5 months ago

हमारे प्रिय पुस्तक पर निबंध​

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Answered by afiyamuskan
2

Answer:can try

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ok hope it helps

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Answered by DreamCatcher007
6

Answer:

      मुझे बचपन से ही किताबें पढ़ने का बहुत शौक है।जब भी समय मिलता है। मैं अपने नजदीकी लाइब्रेरी में जाकर किताबों के साथ अपना समय बिताना पसंद करता हूं।

       यूं तो मैंने अनेक किताबें पढ़ी हैं लेकिन इस गर्मियों की छुट्टियों में , मैं एक दिन लाइब्रेरी में जाकर पढ़ने के लिए किताब ढूंढ रहा था। तभी अचानक मेरी नजर महात्मा गांधी द्वारा लिखित “ यानी सत्य के प्रयोग ” नाम की एक किताब पर पड़ी।

     जिसे मैंने उत्सुकता बस पढ़ना शुरू किया। लेकिन जैसे-जैसे में किताब को पढता गया, वैसे वैसे उस किताब में मेरी रुचि बढ़ती गई।तभी से यह किताब मेरी पसंदीदा किताबों की लिस्ट में शामिल हो गई।  

     “सत्य के प्रयोग” पुस्तक में गांधीजी ने अपने जीवन में घटित हर घटना को एक कथा के रूप में लिखा है। जिसमें उन्होंने अपने माता पिता , परिजनों , छोटी उम्र में अपने विवाह के अनुभवों को बांटा हैं। इसके साथ ही अपनी पढ़ाई , विदेश यात्रा , वकालत , दक्षिण अफ्रीका में घटित घटनाओं तथा स्वतंत्रता आंदोलन की घटनाओं को विस्तार से लिखा है।

      गांधीजी की आत्मकथा ने मेरे मन में गहरा प्रभाव डाला।यह किताब हमें बुराइयों से दूर रहने तथा  प्राणी मात्र की सेवा करते हुए सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।

      गांधीजी द्वारा लिखित यह किताब प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक सच्ची मित्र , गुरु और मार्गदर्शक की तरह ही है। मैं चाहूँगा कि प्रत्येक भारतीय गांधीजी की इस आत्मकथा को एक बार अवश्य पढ़ें।

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